Turkey Earthquake: तुर्की में 5.2 तीव्रता का भूकंप, एर्दोआन-ज़ेलेंस्की की बातचीत के बीच आया झटका

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Turkey Earthquake– तुर्की के मध्य क्षेत्र में गुरुवार दोपहर एक शक्तिशाली भूकंप ने धरती को हिला दिया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.2 मापी गई, जिससे राजधानी अंकारा तक कंपन महसूस किए गए। इस दौरान खास बात यह रही कि तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोआन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की के बीच अहम बातचीत भी जारी थी।

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AFAD ने दी पुष्टि, कोन्या प्रांत का Kulu ज़िला रहा केंद्र

Turkey Earthquake: तुर्की में 5.2 तीव्रता का भूकंप, एर्दोआन-ज़ेलेंस्की की बातचीत के बीच आया झटका
Turkey Earthquake | google images

तुर्की की आपदा एवं आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी AFAD ने पुष्टि की कि भूकंप का केंद्र कोन्या प्रांत का कुलु (Kulu) ज़िला था। दोपहर के समय आए इस झटके ने लोगों को घबराहट में घरों और दफ्तरों से बाहर निकलने पर मजबूर कर दिया। हालांकि अभी तक किसी जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।

भूकंप के दौरान चल रही थी हाई-प्रोफाइल मीटिंग

जब भूकंप के झटके महसूस हुए, उस समय अंकारा में एर्दोआन और ज़ेलेंस्की के बीच रूस-यूक्रेन युद्ध और क्षेत्रीय स्थिरता को लेकर बातचीत हो रही थी। इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने अचानक कार्यक्रम में बदलाव करते हुए खुद अल्बानिया रवाना होने का फैसला लिया और अपनी टीम को इस्तांबुल भेजा, जहां आगे की कूटनीतिक बातचीत जारी रहेगी।

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Turkey Earthquake- डिप्लोमैसी के बीच आई प्राकृतिक आपदा

Turkey Earthquake: तुर्की में 5.2 तीव्रता का भूकंप, एर्दोआन-ज़ेलेंस्की की बातचीत के बीच आया झटका
Turkey Earthquake | google images

तुर्की में वैसे भी भूगर्भीय गतिविधियां आम हैं, लेकिन इतनी तीव्रता का भूकंप उस वक्त आना जब दो बड़े राष्ट्राध्यक्ष आपसी मामलों पर वार्ता कर रहे हों, यह एक असाधारण संयोग रहा। इस घटना ने एक बार फिर क्षेत्र की संवेदनशीलता और आपदा प्रबंधन की आवश्यकता को उजागर किया है।

जानिए – तुर्की क्यों है भूकंप के लिए संवेदनशील?

तुर्की “एनातोलियन फॉल्ट लाइन” पर स्थित है, जो दुनिया की सबसे सक्रिय भूकंपीय पट्टियों में से एक है। यही कारण है कि यहां समय-समय पर मध्यम से तीव्र भूकंप आते रहते हैं। सरकार ने हाल के वर्षों में आपदा प्रबंधन को लेकर कई कदम उठाए हैं, लेकिन अब भी ज़मीनी स्तर पर कई चुनौतियां बनी हुई हैं।

निष्कर्ष

Turkey Earthquake- इस भूकंप ने भले ही भौगोलिक रूप से नुकसान नहीं पहुंचाया, लेकिन यह एक स्पष्ट संकेत है कि प्राकृतिक आपदाएं किसी भी डिप्लोमैटिक या राजनीतिक माहौल को पल भर में बदल सकती हैं। तुर्की और यूक्रेन की इस मुलाकात का मकसद था शांति की ओर एक कदम बढ़ाना, लेकिन प्रकृति की चेतावनी ने ध्यान खींचा कि स्थिरता सिर्फ राजनीतिक नहीं, पर्यावरणीय भी होनी चाहिए।

डिस्क्लेमर: यह लेख विभिन्न सार्वजनिक स्रोतों पर आधारित है। किसी भी आधिकारिक निर्णय या यात्रा से पहले संबंधित एजेंसी या सरकारी स्रोत से पुष्टि अवश्य करें। यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है।

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