Indore Cleanest City 2025: लगातार आठवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बना इंदौर, सूरत और नवी मुंबई भी टॉप में शामिल

By
On:
Follow Us

Indore Cleanest City 2025– मध्य प्रदेश का इंदौर शहर एक बार फिर से देश के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब जीतकर चर्चा में आ गया है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के नतीजों के अनुसार, इंदौर ने लगातार आठवीं बार यह उपलब्धि हासिल की है। इस सूची में सूरत को दूसरा और नवी मुंबई को तीसरा स्थान मिला है।

ये भी पढ़े: सिर्फ ₹7,999 में बुक करें Xiaomi Electric Scooter – 220KM की रेंज और दमदार फीचर्स के साथ हुआ लॉन्च

केंद्र सरकार का स्वच्छता मिशन

यह पुरस्कार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित एक विशेष समारोह के दौरान दिया गया। यह आयोजन केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) द्वारा आयोजित किया गया था।

स्वच्छ सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य देश के नागरिकों में स्वच्छता को लेकर जागरूकता बढ़ाना और शहरी क्षेत्रों में नागरिकों की भागीदारी को प्रोत्साहित करना है। 2024-25 के इस संस्करण में 4,500 से अधिक शहरों का सर्वे किया गया, जिसमें 10 पैरामीटर और 54 इंडिकेटर्स के आधार पर स्वच्छता, कचरा प्रबंधन और सेवा वितरण का मूल्यांकन किया गया।

अन्य शहरों की रैंकिंग

3 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में नोएडा सबसे स्वच्छ शहर बना है, जबकि चंडीगढ़ और मैसूर ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त किया।

ये भी पढ़े: TATA ला रही है 280km रेंज वाली इलेक्ट्रिक बाइक, कीमत ₹85,000 और मिलेगा फास्ट चार्जिंग सपोर्ट

इंदौर की सफलता का राज क्या है?

Indore Cleanest City 2025: लगातार आठवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बना इंदौर, सूरत और नवी मुंबई भी टॉप में शामिल
Indore Cleanest City 2025

Indore Cleanest City 2025- इंदौर की सफलता का बड़ा कारण उसका ठोस कचरा प्रबंधन, नागरिकों की सक्रिय भागीदारी और स्थानीय प्रशासन की निरंतर निगरानी मानी जाती है। साफ-सफाई के लिए इंदौर ने तकनीक और नागरिक सहभागिता का बेहतरीन उपयोग किया है, जिससे वह हर साल इस रैंकिंग में टॉप पर बना हुआ है।

निष्कर्ष

Indore Cleanest City 2025– इंदौर की लगातार आठवीं जीत यह साबित करती है कि जब प्रशासन और जनता मिलकर काम करें, तो कोई भी शहर स्वच्छता के क्षेत्र में मिसाल बन सकता है। स्वच्छ सर्वेक्षण जैसे अभियान केवल पुरस्कार की बात नहीं हैं, बल्कि वे एक व्यापक सामाजिक बदलाव का प्रतीक हैं। इस पहल ने पूरे देश में स्वच्छता को लेकर नई सोच पैदा की है और उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में और भी शहर इंदौर से प्रेरणा लेकर इसी राह पर चलेंगे।

ये भी पढ़े: