नई दिल्ली: बीते महीने गुजरात के अहमदाबाद में हुए Air India Crash को लेकर अमेरिकी मीडिया की एक रिपोर्ट ने सनसनी फैला दी है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि विमान के कप्तान ने खुद इंजन का फ्यूल सप्लाई बंद कर दिया था। इस रिपोर्ट से न केवल जांच एजेंसियों में हलचल मच गई है, बल्कि भारतीय पायलट संगठनों ने भी इसे “बिना आधार के और गैर-जिम्मेदाराना” बताया है।
कौन थे Air India पायलट? कितनी थी उड़ान की अनुभवी टीम?
इस हादसे में शामिल पायलट्स थे कैप्टन सुमीत सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर। कैप्टन के पास 15,638 घंटे और फर्स्ट ऑफिसर के पास 3,403 घंटे की उड़ान का अनुभव था। विमान में कुल 241 लोग सवार थे, जिनमें से 240 की मौत हो गई। एकमात्र यात्री ही इस भीषण दुर्घटना में जीवित बच पाया। इसके अलावा जमीन पर भी 19 लोगों की जान गई।
क्या कहती है अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट?

The Wall Street Journal ने दावा किया है कि उन्हें कॉकपिट रिकॉर्डिंग की जानकारी मिली है जिसमें यह सुना गया कि उड़ान के कुछ ही सेकंड बाद कप्तान ने फ्यूल कंट्रोल स्विच को “कटऑफ” स्थिति में कर दिया। रिकॉर्डिंग के अनुसार, सह-पायलट ने आश्चर्य और घबराहट में पूछा कि ऐसा क्यों किया गया, जबकि कप्तान शांत बने रहे।
Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, टेकऑफ के बाद लगभग 32 सेकंड के अंदर दोनों इंजनों के फ्यूल कटऑफ स्विच बंद कर दिए गए थे — और दोनों स्विच महज 1 सेकंड के अंतराल में बंद किए गए थे।
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह गलती से हुआ था या जानबूझकर।
भारत सरकार और DGCA का जवाब: “अभी निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी”
नागरिक उड्डयन मंत्री किन्जारपु राम मोहन नायडू ने कहा है कि अभी केवल प्रारंभिक रिपोर्ट आई है और अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी।
“हमारे देश के पायलट्स विश्व के सबसे बेहतरीन हैं। अभी तकनीकी पहलुओं की जांच चल रही है और कोई भी निर्णय तब तक नहीं लिया जाना चाहिए जब तक अंतिम रिपोर्ट न आ जाए।”
उन्होंने यह भी कहा कि पायलटों और क्रू की भलाई सरकार की प्राथमिकता है।
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) की प्रतिक्रिया: “यह रिपोर्ट आधारहीन है”
भारतीय पायलट संघ (FIP) ने Wall Street Journal की रिपोर्ट को “गैर-जिम्मेदाराना” बताते हुए कानूनी कार्रवाई की बात कही है।
FIP अध्यक्ष सीएस रंधावा ने ANI से कहा:
“रिपोर्ट में कहीं भी यह नहीं कहा गया है कि फ्यूल कंट्रोल स्विच को पायलट की गलती से बंद किया गया। यह पूरी तरह गलत है और मीडिया को ऐसी अटकलबाज़ी से बचना चाहिए।”
एयर इंडिया ने सभी विमानों की जांच की, कोई खामी नहीं मिली

Air India Crash के बाद अपने सभी Boeing 787-8 विमानों में फ्यूल कंट्रोल स्विच (FCS) की लॉकिंग मैकेनिज्म की जांच की। यह जांच DGCA के निर्देश पर की गई और एयरलाइन ने बताया कि किसी भी विमान में कोई खामी नहीं पाई गई।Air India CrashAir India ने इस हादसे के बाद अपने सभी Boeing 787-8 विमानों में फ्यूल कंट्रोल स्विच (FCS) की लॉकिंग मैकेनिज्म की जांच की। यह जांच DGCA के निर्देश पर की गई और एयरलाइन ने बताया कि किसी भी विमान में कोई खामी नहीं पाई गई।
साथ ही, सभी Boeing 787-8 विमानों में Throttle Control Module (TCM) को Boeing की मेंटेनेंस गाइडलाइन के अनुसार बदला गया है। FCS इसी TCM का हिस्सा होता है।
निष्कर्ष
Air India Crash हादसे से जुड़े तथ्यों और रिपोर्ट्स ने Air India, भारतीय एविएशन सेक्टर और वैश्विक मीडिया में गहन चर्चा छेड़ दी है। हालांकि अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट गंभीर सवाल खड़े करती है, लेकिन सरकारी एजेंसियां और विशेषज्ञ फिलहाल अंतिम रिपोर्ट का इंतज़ार करने की सलाह दे रहे हैं। अफवाहों और अटकलों के बजाय, तकनीकी जांच पूरी होने के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचना उचित होगा।
Disclaimer: यह लेख सार्वजनिक रूप से उपलब्ध मीडिया रिपोर्ट्स, जांच एजेंसियों की प्रारंभिक रिपोर्ट्स और आधिकारिक बयानों पर आधारित है। इसमें दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल समाचार और जनहित में सूचनात्मक जानकारी देना है। किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले आधिकारिक जांच की अंतिम रिपोर्ट का इंतजार करना उचित होगा।
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