नई दिल्ली: Google DeepMind ने 24 जून 2025 को एक बड़ी तकनीकी छलांग लगाई है। उन्होंने एक नया Gemini Robotics On‑Device मॉडल पेश किया है, जो रोबोट्स में सीधे इंस्टॉल होकर बिना इंटरनेट के विचार, विज़न और एक्शन (Vision-Language-Action) क्षमताएँ चला सकता है । इसका मतलब, अब रोबोट्स इंटरनेट कनेक्शन के बिना भी काफी बुद्धिमत्ता से काम कर सकते हैं—जो कि फास्ट, सुरक्षित और लो‑लेटेन्सी युज़र एक्सपीरियंस के लिए बेमिसाल है।
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क्या खासियत है Gemini Robotics On‑Device?

- ऑफ़लाइन काम करने की ताक़त
Google – Gemini Robotics On‑Device मॉडल रोबोट के अंदर ही चलता है, कहीं क्लाउड की ज़रूरत नहीं होती। इसका फायदा यह है कि वर्किंग कंडीशन चाहे रिमोट हो या फैक्ट्री फ्लोर, तेज़ और भरोसेमंद काम होता है। - उन्नत मल्टी-टास्किंग
इस AI मॉडल से रोबोट बिना निर्देश के भी नए काम सीख सकता है। ज़िप बैग खोलना, कपड़े खोना, ड्रॉ करना, या सलाद ड्रेसिंग डालना—50–100 demonstrations से सक्षम होता है। - विभिन्न रोबोट प्लेटफ़ॉर्म्स में काम
शुरू में ALOHA रोबोट पर प्रशिक्षण हुआ, लेकिन इसे Apollo ह्यूमनॉइड और Franka FR3 दो‑बांह वाले रोबोट में भी सफलतापूर्वक चलाया गया। - कम कंप्यूटेशनल भार
क्लाउड तुलना में यह बहुत छोटा और कुशल है, इसलिए यह स्टार्टर मॉडल या सुरक्षा-सेंसिटिव ऑपरेशन्स में आदर्श है।
डेवलपर्स के लिए SDK भी आया
Google ने एक विशेष Gemini Robotics On‑Device SDK लॉन्च किया है, जिसकी मदद से डेवलपर्स MuJoCo सिम्युलेटर में इस मॉडल को टेस्ट और फाइन-ट्यून कर सकते हैं।
यह SDK फिलहाल केवल trusted testers के लिए उपलब्ध है।
सुरक्षा और जिम्मेदार AI
DeepMind ने अपने AI Principles का पालन करते हुए मॉडल को डिजाइन किया है:
- Semantic safety: मॉडल गलत फैंसले या कमांड न फॉलो करे।
- Physical safety: नियंत्रित नियंत्रण ताकि रोबोट नुकसान ना पहुंचाए।
- Responsible development: Red-teaming, टेस्टिंग और Responsibility & Safety Council के सहयोग से परीक्षण जारी है।
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बाहरी टेक कंपनियों से मुकाबला
- Nvidia: “Project GROOT” जैसी पहल से नए foundation models बना रही है।
- Hugging Face: अपना SmolVLA मॉडल और रोबोट प्रोटोटाइप तैयार कर रहा है।
Gemini Robotics On‑Device: कौन-कौन से क्षेत्र होंगे प्रभावित?

इंडस्ट्री | कैसे मदद करता है Gemini On-Device |
---|---|
फैक्ट्री/मैन्युफैक्चरिंग | बिना वाई‑फाई रोबोट्स को तेज़ बनाता है |
रिटेल / स्टॉक रिप्लेनिशमेंट | बिना क्लाउड, स्मार्ट रिफिलिंग संभव |
सिक्योरिटी-सेन्सिटिव एरिया | डेटा स्थानीय ही रहता है, डेटा लीक का डर नहीं |
रिमोट रिमोट लोकेशंस | इंटरनेट न होने पर भी काम चलता रहता है |
निष्कर्ष
Google DeepMind की यह पहल एक मील का पत्थर साबित हो सकती है। ऑफ़लाइन, तेज़ और स्मार्ट रोबोटिक्स सिस्टम अब सिर्फ कल्पना नहीं—हकीकत बन रहे हैं।
- Gemini Robotics On‑Device विशेष रूप से उन जगहों में बेहतर, जहाँ इंटरनेट की पहुंच कम या न हो।
- SDK आने से इन तकनीकों को आम डेवलपर्स भी जोड़ पाएंगे, जिससे रोबोटिक्स की नई इन्नोवेशन संभव होगी।
लेकिन सवाल यह भी है:
क्या यह मॉडल बड़े क्लाउड-आधारित Gemini Robotics की जगह ले सकता है, या दोनों का मिश्रण—हाइब्रिड उपयोग—ही भविष्य है? समय बताएगा, लेकिन एक बात तय है—रोबोट अब बिना नेट के भी ज़िंदा हो सकते हैं!
लेखक: Tricky Khabar डेस्क
Source: The Verge, TechCrunch, DeepMind ब्लॉग, Indian Express आदि!
तारीख: 25 जून 2025
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Raj Prajapati is a Dynamic and results-driven Computer Science student & dedicated content writer at Trickykhabar, specializing in automobiles, entertainment, gadgets, and sports. With a keen eye for trending topics and a passion for detailed research.