बालाघाट (मध्य प्रदेश): जब हम कला की बात करते हैं, तो आमतौर पर ब्रश, रंग और कैनवास की कल्पना करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कोई अपनी जीभ से भी पेंटिंग बना सकता है? जी हाँ, बालाघाट जिले के बिरसा गांव के रहने वाले Suryabhan Meravi ने यह कर दिखाया है और अपनी अनोखी कला से न सिर्फ सोशल मीडिया, बल्कि देशभर के लोगों का ध्यान खींचा है।
जीभ से कला की अद्भुत यात्रा

Suryabhan Meravi का ताल्लुक आदिवासी समाज से है, लेकिन उनकी सोच और हुनर की कोई सीमा नहीं। उन्होंने पारंपरिक तरीकों से हटकर अपनी जीभ को ब्रश की तरह इस्तेमाल करना शुरू किया, और यहीं से उनकी कला यात्रा की अनोखी शुरुआत हुई।
उन्होंने अपनी जीभ से बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान की पेंटिंग बनाकर सबको चौंका दिया। इतना ही नहीं, इस हुनर के दम पर उन्हें ‘The Great Indian Kapil Show‘ में भी बुलाया गया, जहां उन्होंने लाइव स्टेज पर जीभ से पेंटिंग बनाकर दर्शकों और मशहूर हस्तियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
आदिवासी समाज से निकली प्रतिभा ने रच दिया इतिहास
Suryabhan Meravi का यह सफर सिर्फ एक कलाकार की नहीं, बल्कि आदिवासी समाज की छिपी हुई प्रतिभा की कहानी है। उन्होंने दिखा दिया कि प्रतिभा को पहचानने के लिए प्लेटफॉर्म चाहिए, जाति या क्षेत्र नहीं।
उनकी कला से देशभर के युवा भी प्रेरित हो रहे हैं। वह कहते हैं:
“कला सिर्फ हाथों तक सीमित नहीं, सोच और हिम्मत तक फैली होती है।”
कला नहीं पहचान देखती — यह संदेश देती है उनकी कहानी
Suryabhan Meravi की यात्रा इस बात का जीता-जागता प्रमाण है कि प्रतिभा ना तो जात-पात देखती है, ना ही शहर या गांव। वह सिर्फ मौके और मेहनत की भूखी होती है। आदिवासी समाज से आने वाले सूर्यभान ने अपनी मेहनत, समर्पण और अनोखे आइडिया से कला की दुनिया में नई परिभाषा गढ़ दी है।
सोशल मीडिया और लोगों की प्रतिक्रिया

जब उनकी वीडियो इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब पर वायरल हुई, तो लाखों लोगों ने उनकी कला को सलाम किया। लोग कहने लगे:
“इस कलाकार ने साबित कर दिया कि जुनून हो तो रास्ते खुद बनते हैं।”
“सिर्फ पेंटिंग नहीं, यह तो जीभ से लिखी गई क्रिएटिविटी की कविता है।”
Suryabhan Meravi का संदेश युवा पीढ़ी को
सूर्यभान ने कई इंटरव्यू में कहा है कि,
“कला सीमित नहीं होती। बस दिल से करना चाहिए। मैंने सिर्फ एक अलग तरीका चुना और पूरी मेहनत लगाई।”
उनकी बातों से यही स्पष्ट है कि आज के युवाओं को अगर सोच में क्रिएटिविटी और कदमों में हिम्मत हो, तो किसी भी पृष्ठभूमि से निकलकर वह बड़ा मुकाम हासिल कर सकते हैं।
कला की दुनिया में नया अध्याय

आज जब कला डिजिटल हो रही है, तब सूर्यभान मेरावी जैसे कलाकार परंपरा और नवाचार को जोड़ते हैं। उनकी कला सिर्फ एक तकनीक नहीं, बल्कि यह भी एक सांस्कृतिक पहचान है, जो देश को दिखाती है कि भारत के गांवों में छिपी प्रतिभा कितनी महान हो सकती है।
निष्कर्ष
Suryabhan Meravi सिर्फ एक कलाकार नहीं, बल्कि आदिवासी समाज की आवाज, कला की नयी परिभाषा और युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा बन चुके हैं। उनकी जीभ से बनी पेंटिंग न सिर्फ कैनवास पर रंग भरती है, बल्कि हमारे समाज को एक नया नजरिया भी देती है।
ऐसे कलाकारों की कहानियाँ हमें याद दिलाती हैं —
“हुनर अगर सच्चा हो, तो वह हर भाषा, हर सीमाओं को पार कर लेता है।”
लेखक: Tricky Khabar Desk
तारीख: 26 जून 2025
Source: सोशल मीडिया, वायरल वीडियो क्लिप्स
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Raj Prajapati is a Dynamic and results-driven Computer Science student & dedicated content writer at Trickykhabar, specializing in automobiles, entertainment, gadgets, and sports. With a keen eye for trending topics and a passion for detailed research.