Axiom Mission 4: 41 साल बाद एक और भारतीय अंतरिक्ष में, जानिए कौन हैं ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला

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नई दिल्ली: भारत के लिए 25 जून 2025 का दिन ऐतिहासिक बन गया है। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (Group Captain Shubhanshu Shukla) अमेरिका के Axiom Mission 4 (Ax‑4) के जरिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर रवाना हो चुके हैं।

यह पहली बार है जब कोई भारतीय मिलिट्री पायलट एक निजी स्पेस मिशन के तहत अंतरिक्ष में गया है। इससे पहले 41 साल पहले राकेश शर्मा ने सोवियत संघ के साथ यह कारनामा किया था।

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मिशन की खास बातें

Axiom Mission 4
  • मिशन का नाम: Axiom Mission 4 (Ax‑4)
  • लॉन्च डेट: 25 जून 2025
  • रॉकेट: SpaceX Falcon 9
  • कैप्सूल: Crew Dragon
  • लॉन्च स्थान: Kennedy Space Center, Florida, USA
  • डेस्टिनेशन: अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS)
  • मिशन अवधि: लगभग 14 दिन

🇮🇳 कौन हैं शुभांशु शुक्ला?

  • शुभांशु शुक्ला भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन हैं।
  • उन्होंने हजारों घंटे की उड़ान भरी है और वे एक प्रशिक्षित टेस्ट पायलट भी हैं।
  • Gaganyaan मिशन के लिए चुने गए चार अंतरिक्ष यात्रियों में भी शुभांशु शामिल हैं।
  • Ax‑4 मिशन में हिस्सा लेकर वे Gaganyaan से पहले का रियल टाइम अनुभव प्राप्त कर रहे हैं।

Axiom Space क्या है?

  • Axiom Space एक प्राइवेट अमेरिकी स्पेस कंपनी है जो नासा के सहयोग से प्राइवेट स्पेस मिशन कर रही है।
  • इसका उद्देश्य ISS का विकल्प बनाना और स्पेस टूरिज्म और कॉर्पोरेट रिसर्च को बढ़ावा देना है।
  • Ax‑4 Axiom का चौथा मिशन है, जिसमें इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉट्स का दल शामिल है।

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शुभांशु के साथ कौन हैं अन्य यात्री?

Axiom Mission 4: 41 साल बाद एक और भारतीय अंतरिक्ष में, जानिए कौन हैं ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला
Axiom Mission 4 | image credit- x.com/ani
नामदेशभूमिका
Walter Villadeiइटलीमिशन कमांडर
Alper Gezeravcıतुर्कियेमिशन स्पेशलिस्ट
Marcus Wandtस्वीडनपायलट
Shubhanshu Shuklaभारतपायलट / स्पेशलिस्ट

चारों यात्रियों को Axiom और SpaceX ने संयुक्त रूप से तैयार किया है।

मिशन का उद्देश्य क्या है?

  • रिसर्च और माइक्रोग्रैविटी टेस्टिंग
  • स्पेस टेक्नोलॉजी और कम्युनिकेशन उपकरणों की टेस्टिंग
  • भविष्य के लिए प्राइवेट स्पेस स्टेशन अनुभव
  • Gaganyaan के लिए भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को अभ्यास देना

ISRO और भारत के लिए क्या मायने रखता है यह मिशन?

  • यह मिशन ISRO के Gaganyaan मिशन का ट्रायल रन कहा जा सकता है।
  • इससे भारत के अंतरिक्ष यात्रियों को प्रैक्टिकल स्पेस एक्सपीरियंस मिलेगा।
  • शुभांशु का चयन भारत के लिए अंतरिक्ष दौड़ में नया अध्याय है।

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सोशल मीडिया पर भारत की जयकार

Axiom Mission 4

मिशन की लॉन्चिंग के बाद ट्विटर (X), इंस्टाग्राम और फेसबुक पर लोगों ने शुभांशु शुक्ला के लिए बधाइयों की बाढ़ ला दी।

“भारत के राकेश शर्मा 2.0 को सलाम!”
“जय हिंद, अंतरिक्ष में तिरंगा फहराने निकले शुभांशु!”

निष्कर्ष:

Axiom Mission 4 ना सिर्फ भारत के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह हमारे अंतरिक्ष मिशन Gaganyaan के लिए एक मजबूत कदम भी है। Group Captain शुभांशु शुक्ला जैसे जांबाज़ अफसरों की वजह से भारत आज अंतरिक्ष की ऊंचाइयों की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

अब दुनिया सिर्फ NASA या Roscosmos की नहीं — भारत भी अब स्पेस में है, वो भी प्राइवेट मिशन के ज़रिए!

लेखक: Tricky Khabar डेस्क
Source: ISRO, Axiom Space, NASA, Indian Air Force, News Agencies
तारीख: 25 जून 2025

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