हम सभी जीवन में शांति, सफलता और संतुलन की तलाश में रहते हैं। लेकिन यह तभी संभव है जब हमारा मन स्थिर हो, सोच सकारात्मक हो और आत्मा प्रफुल्लित हो। श्री Premanand Ji Maharaj, अपने आध्यात्मिक प्रवचनों में ऐसी सरल लेकिन प्रभावशाली बातें कहते हैं जो न सिर्फ हमारे विचार बदलती हैं, बल्कि जीवन की दिशा भी तय कर देती हैं। आइए जानते हैं उनकी 5 प्रमुख शिक्षाएं जो जीवन में चमत्कार ला सकती हैं।
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1. जो जैसा है, उसे वैसा ही स्वीकार करो
Premanand Ji Maharaj सिखाते हैं कि जीवन में दुख इसीलिए आता है क्योंकि हम लोगों और परिस्थितियों को बदलना चाहते हैं। अगर हम सीख जाएं चीजों को जैसा है वैसा स्वीकार करना, तो मन को तुरंत शांति मिलती है।
“स्वीकार करने की कला, सबसे बड़ी आध्यात्मिक साधना है।”
2. क्रोध नहीं, क्षमा से जीते हैं लोग

क्रोध व्यक्ति को भीतर से खोखला कर देता है। Premanand Ji Maharaj कहते हैं कि क्षमा में अपार शक्ति है। जब हम क्षमा करते हैं, तो स्वयं मुक्त हो जाते हैं।
“क्षमा वीरों का आभूषण है, दुर्बल का नहीं।”
3. Premanand Ji Maharaj- जो मिला है, वही पर्याप्त है
अधिक की लालसा में हम वर्तमान का आनंद लेना भूल जाते हैं। संत प्रेमानंद जी बार-बार कहते हैं कि जो कुछ हमारे पास है, उसमें संतुष्ट रहना ही सच्चा सुख है।
“संतोष ही सबसे बड़ा धन है।”
4. भगवान को पाना है तो मन को शुद्ध करो
ईश्वर की प्राप्ति केवल पूजा-पाठ से नहीं, बल्कि अंत:करण की शुद्धि से होती है। Premanand Ji Maharaj कहते हैं कि मन पवित्र होगा तो भगवान स्वयं प्रकट होंगे।
“ईश्वर बाहर नहीं, भीतर हैं — बस मन साफ होना चाहिए।”
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5. मृत्यु को स्मरण रखो, अहंकार मिट जाएगा

जब हम हर पल मृत्यु का स्मरण करते हैं, तो झगड़े, क्रोध, लोभ, और अहंकार खत्म हो जाते हैं।
“मृत्यु सबसे बड़ा गुरु है, जो सिखाता है विनम्र रहना।”
निष्कर्ष
Premanand Ji Maharaj की ये शिक्षाएं जितनी सरल लगती हैं, उतनी ही गहराई लिए होती हैं। यदि हम इन्हें अपने जीवन में लागू करें, तो न केवल हमारा मानसिक संतुलन बेहतर होगा, बल्कि आत्मिक विकास भी होगा। आज की भागदौड़ भरी दुनिया में, ऐसी बातें ही सच्चे मार्गदर्शन का काम करती हैं।
Disclaimer: इस लेख में प्रस्तुत विचार, शिक्षाएं और बातें संत Premanand Ji Maharaj के प्रवचनों, सत्संगों और आध्यात्मिक संदर्भों पर आधारित हैं। इसका उद्देश्य पाठकों को प्रेरणा और सकारात्मक दिशा प्रदान करना मात्र है। यह किसी विशेष धर्म, संप्रदाय या व्यक्तिगत आस्था के विरुद्ध नहीं है। पाठकों से अनुरोध है कि किसी भी आध्यात्मिक या मानसिक निर्णय से पूर्व स्वयं विवेक और आवश्यकता अनुसार विशेषज्ञ की सलाह लें।
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Raj Prajapati is a Dynamic and results-driven Computer Science student & dedicated content writer at Trickykhabar, specializing in automobiles, entertainment, gadgets, and sports. With a keen eye for trending topics and a passion for detailed research.