धरती के पास आया बाहरी ब्रह्मांड से तीसरा मेहमान! जानिए क्या है 3I/ATLAS इंटरस्टेलर कॉमेट और क्यों है यह खास

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अंतरिक्ष से आया नया मेहमान: 3I/ATLAS इंटरस्टेलर कॉमेट! मानव इतिहास में यह केवल तीसरी बार हुआ है जब किसी वस्तु को स्पष्ट रूप से बाहरी ब्रह्मांड से आता हुआ देखा गया हैNASA के ATLAS टेलीस्कोप ने 1 जुलाई 2025 को एक ऐसा कॉमेट खोजा है जो हमारे सौरमंडल का हिस्सा नहीं है। इसे नाम दिया गया है: 3I/ATLAS (C/2025 N1)

यह कॉमेट अब धीरे-धीरे सूरज की ओर बढ़ रहा है और अगले कुछ महीनों तक इसे धरती से दूरबीन से देखा जा सकेगा

3I/ATLAS क्या है?

धरती के पास आया बाहरी ब्रह्मांड से तीसरा मेहमान! जानिए क्या है 3I/ATLAS इंटरस्टेलर कॉमेट और क्यों है यह खास
3I/ATLAS इंटरस्टेलर कॉमेट | image source- space.com
  • नाम का मतलब:
    • 3I = तीसरी इंटरस्टेलर वस्तु (Interstellar)
    • ATLAS = NASA का टेलीस्कोप सिस्टम जिसने खोजा
    • C/2025 N1 = कॉमेट क्लास, खोज तारीख
  • आकार: लगभग 1–5 किलोमीटर व्यास
  • गति: लगभग 60 किलोमीटर/सेकंड
  • दिशा: यह कॉमेट Sagittarius नक्षत्र की दिशा से आ रहा है
  • त्राजेक्टरी: Hyperbolic यानी यह एक बार आएगा और फिर हमेशा के लिए चला जाएगा

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इतिहास में तीसरा इंटरस्टेलर विज़िटर

  1. 2017 में मिला था ‘Oumuamua’ – लंबा, पत्थरनुमा ऑब्जेक्ट
  2. 2019 में मिला था 2I/Borisov – गैसीय कॉमेट
  3. 2025 में मिला है 3I/ATLAS – स्पष्ट कोमा और टेल के साथ, एक कॉमेट के रूप में पुष्टि हुई

क्या धरती को कोई खतरा है?

धरती के पास आया बाहरी ब्रह्मांड से तीसरा मेहमान! जानिए क्या है 3I/ATLAS इंटरस्टेलर कॉमेट और क्यों है यह खास
3I/ATLAS इंटरस्टेलर कॉमेट | image source- @youtube-scinews

नहीं।
NASA ने साफ किया है कि 3I/ATLAS, धरती से कम से कम 1.6 एयू (लगभग 24 करोड़ किलोमीटर) दूर से गुजरेगा। इसका पथ सूरज के आसपास झुक जाएगा और यह हमारी ओर लौटेगा ही नहीं।

वैज्ञानिकों के लिए क्यों है यह खास?

  • यह कॉमेट हमारे सौरमंडल के बाहर से आया है – इससे हमें दूसरी सौर प्रणालियों की संरचना और रासायनिक विशेषताओं की जानकारी मिल सकती है।
  • वैज्ञानिक इसकी टेल और कोमा (coma) का विश्लेषण करके समझ सकते हैं कि यह किस गैस और धूल से बना है।
  • यह अध्ययन भविष्य में इंटरस्टेलर मिशन की योजना के लिए बेहद उपयोगी हो सकता है।

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इसे कब और कैसे देखें?

धरती के पास आया बाहरी ब्रह्मांड से तीसरा मेहमान! जानिए क्या है 3I/ATLAS इंटरस्टेलर कॉमेट और क्यों है यह खास
3I/ATLAS इंटरस्टेलर कॉमेट | image source- independent.co.uk
  • नंगी आंखों से नहीं, लेकिन अच्छी क्वालिटी की टेलिस्कोप से देखा जा सकता है।
  • यह अक्टूबर 2025 में सूर्य के पास (Perihelion) पहुंचेगा, तब यह सबसे चमकीला होगा।
  • Virtual Telescope Project जैसे ऑनलाइन लाइवस्ट्रीम प्लेटफॉर्म पर इसे लाइव देखा जा सकेगा।

क्या भारत से भी देख सकते हैं?

हाँ, अक्टूबर में जब यह सूर्य के पास होगा, तो भारत में सुबह के आसमान में कुछ घंटों के लिए टेलिस्कोप से देखा जा सकता है।
कुछ भारतीय एस्ट्रोनॉमी क्लब (जैसे Hyderabad Astronomy Club, Stargazers India) इसके लिए लाइव इवेंट भी प्लान कर सकते हैं।

निष्कर्ष: वैज्ञानिक रोमांच का अद्भुत मौका

3I/ATLAS एक दुर्लभ खगोलीय घटना है, जो शायद आपके जीवनकाल में दोबारा न हो। यह हमें न सिर्फ ब्रह्मांड को और बेहतर समझने का मौका देता है, बल्कि यह इस बात का संकेत भी है कि हम ब्रह्मांड में अकेले नहीं हैं — और अनगिनत रहस्यों का अभी भी इंतज़ार है।

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